Tuesday, November 10, 2009

स्वप्न जाल






















अदभुत होता है ये स्वप्न जाल
सबके जीवन में मचाता धमाल

हर उगता सूरज लाता है कुछ सपने
और रातों के तो शहंशाह हैं ये सपने
सपनों की अद्भुत दुनिया
निराली है इनकी माया
दिन और रात ये सजाते अपनाअनूठा संसार
नन्हे शिशु से लेकर बूढी आंखों को इनसे प्यार
सपने पूरे करने को लालायित हो जाता मन
ये पथ बदल देते हैं और कर देते हैं बेचैन
कभी तो खुशियों से भर जाता है मन
 कभी अतृप्त सपने दे देते रीतापन
क्या किसी के स्वप्न कभी पूरे हुएहैंएक पूर्ण हो तो चार और उग आते हैं

कुकुरमुत्ते से उगते हैं ये सपने
सबको आगोश में लेते  अपने

अदभुत है ये स्वप्नजाल
जीवन में मचाता धमाल

क्यों पूरे  नहीं होते सपने
पर क्यों सच हों ये सपने

सारे विश्व में अस्तित्व की ही तो लड़ाई है
और इन सपनों के सामने भी स्व का प्रश्न है
तो अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं ये सपने
यदि  सच हो जायें तो वो तो नहीं रहेंगे न  सपने 
                                                                      सदा लुभाता रहता  है  
        नित नयी दिशा देताहै
      ये सपनोँ का  संसार
           है जीवन का आधार 
 
अदभुत है ये स्वप्न जाल
जीवन में मचाता धमाल

















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