Tuesday, May 26, 2009

सिंह इज किंग

देश में चुनावों का मौसम समाप्त हुआ और सारी अटकलों को मात देते हुए कांग्रेस और u.p.a ने पायी अप्रत्याशित सफलता । और सिंह इज किंग अगेन , विजय का माहोल है और चारों ओर जय हो ! का स्वर गूँज रहा है ऐसे में देश का मंगल भी याद रहे तभी देश का कल्याण होगा।

चुनावी परिणामों ने एक स्थायी और स्वच्छ सरकार की आशा जगाई है और कुछ विकास की बातें भी हो रही हैं ।आज हमारे देश में पानी ,बिजली और सड़क जैसी लोगों की मूलभूत आवश्यकताएं भी पूरी नहीं हो पा रही हैं । कुछ सुविधाएँ जो अन्य देशों में लोगों को सहज ही प्राप्त हैं उसके लिए हमारे यहाँ आम आदमी आज भी तरस रहा है ,ऐसा तो नहीं है की विदेशों में सब कुछ बहुत सरल सहज है पर जीवन का सामन्य स्तर तो शायद हमारे यहाँ से अधिकांश जगह बेहतर हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी भारतीय जीने की दिशा ढूँढ लेता है , प्रगति करता है और संसार के साथ compete भी कर रहा है। स्थितियां कुछ बेहतर हो जाएँ तो देश को नई उचइयां छूने से कोई रोक नहीं सकता ।

पुरानीऔर नई सरकार में यह अंतर है कि आजupa सरकार के सामने अवांछित लोगोंको साथ लेकर चलने की मजबूरी नहीं है नए मंत्रिमंडल में कई नए और युवा लोग हैं पर कांग्रेस का वंशवाद के प्रति प्रेम साफ़ झलकता है और पुराने नेताओं के बेटे बेटी पत्नी ससुर दामाद सभी दिखाई दे रहेहैं ।

इस प्रकार के जनादेश से एक स्थायी सरकार तो मिलेगी पर सरकार को तानाशाही प्रवृत्तियों की ओर उन्मुख होने और मनमानी करने से रोकने के लिए एक दृढ़ विपक्ष की आवश्यकता भी होती है जो अब बीजेपी ही पूरा कर सकती है क्योंकि अवसर वादी पार्टियां तो बिन मांगे ही समर्थन पत्र दे चुकी हैं. संविधान में कुछ संस्थाओं को स्वतंत्र रूप से कार्य करने का प्रावधान है उन्हें निष्पक्ष रूप से कार्य करना होगा । आज सीबीआई जैसी संस्थाओं पर अनेक बार प्रश्न उठे हैं जो ग़लत भी नहीं हैं। आज न्याय पालिका का भी महत्व पूर्ण रोल है और न्याय प्रक्रिया में तो बहुत दिनों से सुधार की आवश्यकता है .
आशा है कि जय विजय के इस दौर में मनमोहन सिंह सरकार जनता के प्रति न्याय करते हुए देश के हित में भी कार्य करेगी और जनता ने जो विश्वास व्यक्त किया हुआ उसका मान रखेगी.



Tuesday, May 5, 2009

IPL : Positive vibrations in South Africa

When IPL. was shifted out of country,to South Africa , many of us were not happy with the decision. Why India with so much resources could not do it in the country itself, even if it was election time? Or why the I.P.L. people could not wait till elections were over and change the dates? There are many industries like hospitality ,travel etc. and many people involved in ground work get benefitted from these games and shifting of the venue was a set back for them.


However when the IPL started in South Africa I could see the positive aspects of it. The country was taken by storm and it certainly gave a boost to Indian image. South africa is considered a country with high crime rate and it was election time here also,(although here the elections are over in one day only and being a smaller country it is not so complicated) but every thing was organised smoothly in a short time and games are held in a very pleasant atmosphere. People talking about matches,players and the popular bollywood stars, watching matches in restaurants and shops is a common sight.We can always hear the sound of match from neghbouring flat.

Some Indian fares and exhibition are also organised at this time and a lot of crowd goes there. We were happy to see Indian flag on some streets.
We saw some matches in Durban. The crowd at the stadium was very well organised and the atmosphere was filled with Hindi songs and music. People cheering their favourite teams and waving flags of their team or some waving Indian flag enjoyed the games.Overall it was a great experience.
IPL has given a boost to South African economy. Some programmes like giving scholarships to school children and giving money to some particular schools in every match ,has helped made it popular.It has filled this country with pleasant and friendly vibrations.