Friday, August 21, 2009

yaadein

 जब  आते है ठंडी हवाओं के झोंके
लाते हैं  खट्टी मीठी यादों के तोहफे
अतीत का दर्पण हैं ये यादें
पूँजी   हैं आज  की ये यादें
कभी फूलों की खुशबू सी यादें, लाती  होठों पर मुस्कान
कभी जलती तपती दुपहरी बन कर दे जातीं तड़पन
जब  आते हैं   ठंढी हवाओं के झोंके
लाते हैं  खट्टी मीठी यादों के तोहफे
जहाँ सुनहरे बचपन और यादें बड़ों की छाओं की दे जाती हैं सुकून
वहीं अठखेलियां करती आती हैं कुछ यादें और कर देती हैं बेचैन
यादें उन सपनों की जो हो नहीं सके अपने
अपने से किए कुछ वादे जो बन गए सपने
यादें जो सदा के लिए बिछड़ गए उन अपनों की
और यादें जो हो नहीं सके अपने उन परायों की
दे जाती हैं कुछ बेचैनियाँ
जब आते  हैं  ठंढी हवाओं के झोंके
लाते हैं  खट्टी मीठी यादों के तोहफे
यादें कुछअपनी गलतियों की जिन्हें हम कभी भुला न पाये
कुछ गलतियां   दूसरो की  जिन्हेंहम माफ़ न कर पाये
कुछ गलतफहमियां कुछ अनछुई मंजिले कुछ अधूरे वादे
कुछ बदले रास्ते औरऐसी ही कुछ उलझी उलझीसी यादें
दे जाती हैं परेशानियाँ
जबआते हैं   ठंढी हवाओं के झोंके
लातेहैं खट्टी मीठी यादों  के तोहफे हैं
संजो इन यादों को ब चलना है
  नए कल के सपने बुनना है
 बड़ी अनमोल हैं ये यादें
जब।....................



1 comment:

बालमुकुन्द अग्रवाल,पेंड्रा said...

चित्रों का संकलन बहुत सुंदर है.
!! उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् !!